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Friday, February 10, 2017

Samvidhan

संविधान ----- ---------- हिन्दुओ ( सभी चार वर्णो )के लिए कितना लाभदायक --

किसी भी देश को अगर तोडना हो --- तो उसमें टाइम लगता है,,, यह बात तो तय है " हिन्दू शब्द इतना मजबूत है, की इसपर इस्लाम कभी भी कोई प्रभाव नहीं डाल सका ।।
    मगर हम इसका दूसरा तथ्य देखे तो कभी अफगानिस्तान भी हिन्दू राष्ट्र ही था , लगभग पिछले 1000 वर्षों के अंदर ही वह मुस्लिम राष्ट्र बना,,, पाकिस्तान बांग्लादेश  भी इसी तरह इस्लामिक देश बने,  दूसरे शब्दों में भारत का बहुत बड़ा हिस्सा इस्लाम की भेंट चढ़ गया,  अब में जिसकी बात कर रहा हूँ, हो सकता है, की अगले 10 -20 साल में, यह 50 साल में, पूरा देश ही इस्लाम के भेंट चढ़ जाए ।। अगर ऐसा पूर्ण ना भी हो, तो यह तो तय है, की फिर से भारत के बहुत बड़े भूभाग पर कब्ज़ा हो जाए,,,, और फिर से वही खुनी बर्बर इतिहास की कहानी लिख दी जाए,,, आज हम अफगानिस्तान, पाकिस्तान की कहानियां पढ़ते है,,,, सम्भव है, शायद कभी , आसाम, बंगाल, केरल, उत्तरप्रदेश की भी यही कहानी पढ़े ।। की यह कभी हिन्दू राष्ट्र हुआ करते थे।। और यह कोई ज़्यादा विचार करने वाली बात नहीं है ---- यह पूर्ण सत्य है,,, अगर इस्लाम और बढ़ा, फैला, तो देश् का एक और विभाजन तय है, संभवतः पूरा देश् ही मुस्लिम राष्ट्र बन जाए ।

में हमेशा अपने युवाओं को डींग हांकते देखता हूँ, "  I love my country "  मुझे धरमः से पहले देश चाहिए  , तरह तरह की बड़ी बड़ी बकवास ।

क्या होता है देश् ।। कुछ भी तो नहीं, और देश तो छोटा बड़ा होता रहता है, बढ़ता है, कम होता है, तो क्या आपका देश को लेकर प्यार भी घटता बढ़ता रहेगा।।
      जैसा ऊपर लिखा है, और यह बात तो हर एक हिन्दू भी जानता है --- कि अफगानिस्तान से लेकर पाकिस्तान, आधा कश्मीर इसी इस्लाम की वजह से खोया है ।। हिन्दुओ ने कौनसे टुकड़े करवाये देश् के,, यह आप पूरा इतिहास पढ़कर हमें बताइये ।। राजस्थान जैसे प्रदेश जिनका अपना खुद का ही तो शाशन था दिल्ली की कब सुनी राजस्थान के हिन्दुओ ने ??? मुगलकाल के भारत तक???  -- किंतु वहां के हिन्दू क्या मुक्ति संग्राम छेड़ कर रखे???

जिस तरह से इस्लाम में देश भक्ति हराम है,,, तो यह तो निश्चित रूप से होना ही है, की देश अभी और कई बार टूटना बाकी है  उन्हें तो  कुरआन के हिसाब से चलना ही है, कुरआन में लिखा है, मूर्तिपूजकों ( हिन्दुओ )  की हत्या हर मुसलमान का परमकर्तव्य  है ,, उसी कुरआन के उपदेशों को पूरा करने के लिए एक मुसलमान पैदा होता है, और उद्देश्य प्राप्ति की राह में मरना भी चाहता है ।।

आप क्या सोचते है??? इस्लाम बना, और भारत में लोग उसकी अच्छाइयां देखकर मुसलमान बने??? नहीं ।।

सर पे हतोड़े मार, गर्म चिमटे लगा,  माँ का सामने बेटी का बलात्कार, बेटे का कत्ल, घरों को जलाकर, खड़ी फसल बर्बाद कर, गले रेंतकर , छोटे बच्चो का अपहरण कर, ऊन्का खतना कर दिया, आज के  मुसलमान भले ही यह बात ना माने, की उनकी माताओ बहनो को बाल पकड़ कर,  जनानाखानों तक ज़बरदस्ती घसीटकर ही मुसलमान बनाया गया था, और यह केवल भारत में नहीं, विश्व का एक कौना भी ऐसा नहीं, जहाँ इस्लाम शांति के माध्यम से फैला हो,,, हर जगह केवल वही खुनी विभस्त इतिहास ।। जहाँ यह मुसलमान कम होते है, वहां बहुत शांति से रहते है---- जैसे  राजस्थान  9% के करीब वहां मुसलमान है, इसलिए इतना प्रेम है उनमें, की मुझे खुद इस्लाम कभी समझ ही नहीं आया, उल्टा कई बार तो में विश्वाश ही नहीं कर पाया,,,, की क्या ऐसा भी होता है ??

जिस धरमः के नाम पर हिन्दुओ की माता बहनो का शील  भंग हुआ, उनके बच्चो के गले रेंते गये, जिसके कारण हिन्दुओ का एक तिहाई हिस्सा पाकिस्तान और बंगलादेश के रुप में परिवर्तित हो गया, अफगानिस्तान और बाकी अन्य देशों को गिन ही नहीं रहा ।।  जैसे तैसे इनसे हमें मुक्ति मिली ---- तो  हमें खत्म करने के लिए,,,, हिन्दुओ को खत्म करने के लिए,,, कुरआन का नया बर्जन संविधान लॉन्च हुआ ।। हो सकता है यह मेरे द्वारा कानून का उलंघन ही किया जा रहा हो, किन्तु में चुप नहीं रह सकता, में यह बार बार करुंगा।
घर की माँ बहनो की इज्जत, खुद और हिन्दुओ की जान से बढ़कर भी कोई कानून या संविधान है क्या ???

जी हां ---- भारत के संविधान ने भी आपके संपूर्ण विनाश की पूरी तैयारी कर ही रखी है ---------- अल्पसंख्यकों को  विशेषाधिकार देकर ।। यह अल्पसंख्यक है कौन---- यह हमारा संविधान हमें नहीं बताता ---- दूसरी और मुसलमानो के लिए अलग " शरीयत " कानून व्यव्यस्था का कानून बना,, पुरे भारत के हिन्दुओ के भविष्य वही  तय कर दिया, जो 1000 साल पहले था। आज बंगाल हो आसाम में हिन्दुओ की हत्या ---- उसका जिम्मेदार संविधान है और कोई नहीं ।।

यह कैसा देश है??? यहाँ एक आदमी चार विवाह कर सकता है??
जब चाहे अपनी पत्नी को तीन तलाक कह  तलाक दे सकता है??
40 बच्चे पैदा कर गरीबी, भीड़ और भुखमरी फैलाता है??

इसके उलट दूसरी और इंद्रा गांधी ,हिन्दुओ की नसबंदी करवा उन्हें कम से और कम करने का प्रयास करती है ।।। हम हिन्दुओ को अब तक समझ ही नहीं आया,,, की हमारे साथ आखिर हो क्या रहा है ।।

सिरिया  से लेकर सऊदी हो या अन्य कोई भी देश,, सारे कभी या तो यहूदी देश थे या ईसाई, वो कभी इस्लाम के लिए विरुद्ध लड़े भी थे,,, आज जो तुर्की है, जहाँ शत-प्रतिशत लोग मुसलमान है,  यह सब कुछ बोद्ध थे कुछ ईसाई ।। इस्लाम की ऐसी मार पड़ी, की आज बच्चा बच्चा यहाँ का मुसलमान है। और ऐसा मुसलमान जो पूरी दुनिया में ही अपना काला अँधेरा फैलाना जानता है।।

यह तुर्की लोग कभी बोद्ध हुआ करते थे, टेंगड़ी ऊन्का देवता था, जिसका मतलब होता है, धरती का राजा --- नीला आसमान और चंदसितारे उनके प्रतिक चिन्ह थे, जो आज तक तुर्की के झंडे पर है, और तुर्की शब्दकोष में अल्लाह का दूसरा नाम भी टेंगड़ी ही है ।।  उसी  टंगड़ी धरमः का ही चाँद सितारा है, जो मुसलमान गर्व से कहते है, यह हमारा है,, बल्कि सऊदी जानता है हक़ीक़त,,, की यह चाँद सितारा अपना नहीं है,,, इसलिए सऊदी के झंडे पर तलवार है ---- ना की यह चाँद सितारे, खुद चंगेज खान , इसी धरमः को मानने वाला था। टेंगड़ी देवता को।  

चीन इसीलिए तो इस्लाम से इतनी नफरत करता है,,,,,,, क्यू की तुर्किस्तान, कजाकिस्तान, उज्बेक सब कभी यह चीनी साम्रज्य का हिस्सा थे, किन्तु मुसलमानो ने कुरआन की पवित्र रिवाज को निभाते हुए,,,, इस् देश को भी तोड़ दिया था ।। आज भी इनका हर देश में अपना मुक्ति संग्राम जारी है ।।

अब सवाल यह की, जब मेरे जैसा मामूली आदमी यह जानता है, की इस्लाम क्या चीज़ है, कुरआन क्या चीज़ है।। तो क्या यह बात संविधान लिखने वालों, या बाद में संसोधन करने वालो ने नहीं पढ़ी थी??? या वे इतिहास जानते नहीं थे???

सत्यबात यह है, की वास्तव में वो इस्लाम को जानते ही नहीं थे, और जो इस्लाम को जानते थे, वो खुद अंदर से मुस्लमान थे। जैसे जवाहर लाल नेहरू ,यहाँ  तक की खुद महात्मागांधी इस्लाम से प्रभावित था ---------- या मुसलमान ही था ।। क्यू महात्मागांधी ने कहा था, मेने कुरआन पढ़ी है, उसके बाद भी उसने मुसलमानो को सर पर बैठाकर रखा तो साफ़ है ------ महात्मागांधी मुसलमान ही था ।।

सबसे बड़ी बात यह गौर कीजिए ------ खिलाफत आंदोलन जो भारत में हुआ, उसमे महात्मागांधी का क्या काम था??? किंतु इसने इसमें बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया, क्यू की वो खुद एक मुसलमान था, और अपना धर्म निभा रहा था।। जैसे की कुरआन में कहा भी गया है, ज़रूरत पड़ने पर घात लगाकर बैठो, धोखा दो।। वही सब यह महात्मागांधी हम हिन्दुओ के साथ कर के चला गया ।।

आप मोबाइल में कुरआन लोड किजिए, 168 से ज़्यादा आयत है, जो आदेश देती है, मूर्तिपूजक (हिन्दुओ ) का या तो कत्ल करो, या धर्म परिवर्तन करवाओ,,, उनकी लड़कियों को काबू में करो, उनके मंदिर तोड़ो, और तोड़े भी ।।। यह सब आदेश कुरआन का है----मुसलमानो की इनमे विशेष गलती नहीं, वो तो केवल अपना धरमः निभा रहे है -----किंतु हम हिदुओ की मत क्यू मारी गई,,, की जब इन कातिलों को अधिकार दिए जा रहे थे, तो हम चुप थे, या आज भी चुप है,  सोचते है सिविल वार हो जायेगा।।। तो हो जाने दो ।।

वैसे भी हमारे तो आगे कुंवा पीछे खायी है ही ----मरने या मारने की ही तो नोबत आ गयी है ..  ।।। इस संविधान का सम्मान करते करते, हम खाक हो जाएंगे, क्यू की राख होना हमारे नसीब में ना होगा ।।

चलिए देखते है---- क्या किया इस कुरआन के नए वर्जन संविधान ने हमारे साथ एक नज़र ---

मुसलमानो को 25, 26 ,29, 30 धारा ---- धाराप्रवाह से हिन्दुओ के कत्लेआम का आदेश् देती है।। मेने यह इसलिए कहा है, की जहाँ मुसलमान बढ़ा, वहां हिन्दू कटा, लुटा, मरा ----- कश्मीर से लेकर मालदा, गोधरा, सब जगह इनकी मौत की झांकिया आज के युवा भी देख चुके है------ना जाने बेशर्म सेक्युलर हिन्दू गद्दार लोग, किस मुह से आज भी  सर्व-धरमः समभाव की बात करते है । तुम्हारे चक्कर में देश का सत्यानाश हो गया,,, सारे बलात्कार, हत्या और लूट के जिम्मेदार तुम ही हो।।। मुसलमानो की इसमें कोई गलती नहीं,,, ऊन्का तो काम ही यही है ।।

हज के लिए सब्सिडी दी जाती है ----- और मानसरोवर यात्रा पर टैक्स (जजिया )लिया जाता है ------ यह है मेरा हिन्दुराष्ट्र ???

अव्यबस्था  के नाम पर केवल हिन्दू मंदिरो का अधिग्रहण किया जाता है। क्या मस्जिदों से कभी कोई अव्यवस्था नहीं होती ??

हिन्दुओ के पर्सनल कोड़ में बार बार परिवर्तन होता है, पर क्या मुसलमानो के पर्सनल कोड में एक बार भी फेरबदल हुआ??? अभी करने की कोशिश की है, तो सारे मुसलमान इसपर एक हो गए है, क्यू की 40 बच्चे पैदा किये बिना, हिन्दुओ का कत्ल कैसे कर पाएंगे?? फिर भी बड़ी बेशर्मी के साथ हिन्दुओ को ही कट्टरवादी कहा जाता है ।।

जिन मुसलमानो ने 1000 साल भारत पर राज किया, फिर वो पिछड़े कैसे रह गए ???? क्या आजादी के बाद कांग्रेस ने ऊन्का सब कुछ लूट लिया था???  उसके लिए सच्चर कमिटी बनायी, की कैसे मुसलमानो का भला हो---- और हिन्दुओ के माल-और बीवी दोनों पर कब्ज़ा हो।। क्यू की इस्लाम फैला और हिन्दू कटा ।।

सऊदी अरब में हिन्दू राजदूत क्यू नही ??

इतना पढ़िए सोचिये---- बताइये ,,, आगे और भी लिखूं इसपर ??

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